बच्चों को मारना नहीं चाहता था, फाइनेंसर को डराने के लिए जहर दिया, डोज अधिक हो गई – जाने पूरा मामला – इंडिया टीवी एमपी तक पर
कबूलपुर तिहरा हत्याकांड में पुलिस पूछताछ में आरोपी पिता बोला कि फाइनेंसरों को डराने के लिए बच्चों को जहर दिया था। डोज की जानकारी नहीं थी। रेलवे स्टेशन से बाइक बरामद की गई है। मौके का मुआयना भी कराया गया है।
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रोहतक के कबूलपुर के सनसनीखेज हत्याकांड में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। अब आरोपी ने बच्चों को जान से मारने की नीयत से जहर नहीं देने की बात कही है। उसका दावा है कि वह केवल फाइनेंसरों को डराना चाहता था। इसीलिए जहर दिया, मगर डोज कितनी देनी है, इसकी जानकारी नहीं थी। डोज अधिक हो गई। बच्चों को मारना नहीं चाहता था।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कहा कि फाइनेंसरों से 20 लाख रुपये कर्ज लिया था। इसे लेकर वे दबाव बना रहे थे। उन्हें डराने के लिए बच्चों को थोड़ा जहर देना तय किया था। इसकी डोज कितनी देनी है, कितनी मात्रा नुकसान कर सकती है, इसकी जानकारी नहीं थी। यह डोज ज्यादा हो गई। इस कारण बच्चों की मौत हुई। उन्हें मारना मकसद नहीं था।
पुलिस ने केस की जांच करते हुए आरोपी को साथ लेकर मौके का मुआयना किया। यही नहीं, उसकी बाइक भी रेलवे स्टेशन परिसर से बरामद कर ली है। आरोपी ने इसे वहां छोड़ दिया था। आरोपी से मामले में पूछताछ कर रही है।
कबूलपुर में हुई बच्चों की मौत मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। इस मामले में आरोपी से पूछताछ की जा रही है। इसकी बाइक बरामद करने के साथ मौके का भी मुआयना किया गया है
प्रदीप दहिया, प्रभारी, शिवाजी कॉलोनी थाना।यह है मामला
कबूलपुर निवासी सुमन ने पुलिस को शिकायत दी थी। इसमें कहा गया है कि उसका पति सुनील फर्नीचर का काम करता है। दोनों के तीन बेटी व एक बेटा था। बड़ी बेटी लिशिका उम्र 10 साल, हीना उम्र 8 साल, दीक्षा उम्र 7 साल व बेटा देव 1 साल का था। मंगलवार सुबह करीब 7 बजे पति सुनील काम पर चला गया। सुमन अपने चारों बच्चों को घर छोड़कर धान छाड़ने चली गई। दोपहर करीब 1 बजे सुमन को सूचना मिली की उसके बच्चों को घर में जहर दिया गया है। वह घर पहुंची और चारों को पीजीआई में दाखिल कराया। यहां लिशिका, दीक्षा व देव की मौत हो गई। हिना का अभी उपचार चल रहा है। एसपी के मार्गदर्शन में केस की जांच की जा रही है।