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सिंगरौली जमीन की रजिस्ट्री कराने से पहले देखें सिंगरौली रजिस्ट्रार के कारनामे किसान सम्मान निधि का लालच देकर किसान को लगया चूना

सिंगरौली जिले में एक ऐसा मामला निकल कर सामने आया है जहाँ पर भूस्वामी के जानकारी के आभाव मे किसी अन्य ने किसान की जमीन को अन्य को बेच दिया। अपने साथ हुई धोखाधड़ी की खबर लगने के बाद किसान न्याय पाने के लिए कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक कार्यालय की चक्कर लगाने को मजबूर हो गया वह इस घटना के विफलता सामने आने के बाद सरकारी विभाग पर सवालिया निशान खडा हो रहा है कि आखिरकार किसी की जमीन को कोई अन्य कैसे बेच सकता है जैसी बात है इस पुरे खेल के पीछे एक बड़ी साजिश समझ में आ रही है अब देखने की बात तो यह है कि इस पूरे मामले की जानकारी सामने आने के बाद जिम्मेदार अब क्या कार्रवाई करते हैं। दरअसल जब किसी भी क्षेत्र में जमीन खरीदते है, तो सबसे पहले उस जमीन का रजिस्ट्री (Registry) करवाते है.
जिससे पहले वाले मालिक का नाम हटा कर वहा पे क्रेता नाम दर्ज कराते है। इस प्रक्रिया को जमीन की रजिस्ट्री कहा जाता है। और जमीन रजिस्ट्री कराने में कुछ% रजिस्ट्री शुल्क लगता है।जमीन रजिस्ट्री करने के लिए रजिस्टार ऑफिस (registrar office) में जमीन से संबंधित एक अधिकारी होता है, जिसे रजिस्टार कहा जाता है. इनके द्वारा ही इन सभी कार्यो को किया जाता है इन सभी कार्यो के लिए बहुत सारे दस्तावेजों तथा कुछ गवाहों की आवश्यकता होती है।
इसके बाद राज्य सरकार के अंतर्गत जमीन रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी होती है। कई सारे महत्वपूर्ण प्रक्रिया को पूर्ण करने के बाद ही किसी भी जमीन की रजिस्ट्री की जाती है संबंधित मामले पर गौर करें तो यहां पर शासकीय महकमे की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है।

आइये जाने पूरा मामला
नवजीवन विहार सेक्टर नंबर दो के रहने वाले सीताराम कोल बीते मंगलवार को जनसुनवाई में अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे जहां पर उन्होंने लिखित आवेदन देकर जिला कलेक्टर को बताया कि करसुआ राजा तहसील माडा में उनकी पट्टे की आराजी स्थित है। जहां किसान सम्मान निधि की सहायता राशि दिलाने का झूठा एवं बनावटी भरोसा दिला कर श्यामसुंदर साकेत नाम के व्यक्ति ने जमीन के आवश्यक कागजात प्राप्त कर मुहेर के ही रहने वाले महावीर सिंह गौड़ को 7 अक्टूबर 2022 को उप पंजीयक कार्यालय सिंगरौली से विक्रय पत्र पंजीकृत करा लिया है अपने दिए गए आवेदन में पीड़ित ने बताया है कि उक्त भूमि के संबंध में कछुआ राजा के निवासी राम कुमार गुप्ता एवं रामचरित गुप्ता से तहसील न्यायालय माडा में बेदखली के संबंध में विवाद चल रहा था।
इसी दरमियान पीड़ित श्याम सुंदर के संपर्क में आया जिसने कि संबंधित जमीन प्रकरण के मामले में साथ में आने के बाद उसने पीड़ित का भरोसा जीत लिया संबंधित भरोसे का फायदा उठाते हुए श्याम सुंदर ने पीड़ित को कहा कि तुम्हें किसान सम्मान निधि प्राप्त करने के लिए अपनी जमीन संबंधित सभी कागजात आधार कार्ड लेकर मेरे साथ दो से तीन बात बड़ा चलना है वहां तुम्हें किसान सम्मान निधि के लिए पंजीयन कराना पड़ेगा जिसके बाद श्याम सुंदर ने जमीन का सौदा कर लिया एवं रजिस्ट्री की कार्रवाई करा ली। पीड़ित ने दिए गए आवेदन में आरोप लगाया है कि श्यामसुंदर साकेत क्रेता महावीर सिंह एवं सर्विस प्रोवाइडर तथा विक्रय पत्र के साथियों द्वारा आपस में षड्यंत्र कर प्रार्थी के साथ छल कपट कर भ्रम में डाल कर उसके जानकारी के बिना अवैध ढंग से विक्रय पत्र 6 अक्टूबर 2022 को निष्पादित करा लिया।

जमीन रजिस्ट्री में अनियमितता की बढ़ी शिकायतें

सिंगरौली जिले में जमीनों की रजिस्ट्री के मामले में अनियमितता की शिकायतें लगातार बढ़ती जा रही हैं ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि विभिन्न क्षेत्रों से निकल कर सामने आ रही शिकायतें या कहानी बयां कर रही है। जिले के देवसर तहसील अंतर्गत भी एक ऐसा मामला निकल कर सामने आया था जिसमें कि एक महिला जो काफी लंबे अरसे समय से लापता रही एवं अब तक अज्ञात है परंतु संबंधित महिला की जमीन को भी किसी अन्य महिला को खड़ा कर उसकी जमीन को किसी अन्य के नाम पर बिचौलियों के द्वारा बेच डाला गया मामला प्रकाश में आने के बाद भी जिम्मेदार मामले पर कार्रवाई की बात करते रहे परंतु अब यह मामला ठंडे बस्ते में है।

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