सिंगरौली जिले के जियावन थाना क्षेत्र में अवैध रेत कारोबार इन दिनों चरम पर है। जहां अवैध रेत का परिवहन करते और अवैध परिवहन में संलग्न वाहनों का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो को लेकर अब प्रशासन की कार्यवाही पर भी सवाल उठने लगे हैं। वीडियो देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ दिनों की ट्रेनिंग पर आईं थाना प्रभारी साहिबा के कार्यकाल में रेत माफियाओं को खुली छूट मिल गई है। नदी से लगातार 24 घंटे हाईवा, ट्रैक्टर और जेसीबी मशीनों से रेत निकाली जा रही है, लेकिन थाना प्रभारी की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। https://x.com/24Indiatvmptak/status/1993775476880625883?t=p6ruOXV0SrqdKKGnH9n8_Q&s=19 सबसे हैरानी की बात यह है कि रेत से भरे वाहन थाने के सामने से खुलेआम गुजरते हैं, फिर भी प्रभारी साहिबा मूकदर्शक बनी हुई हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, डीजीपी कैलाश मकवाना और रीवा रेंज के IG गौरव राजपूत के जीरो टॉलरेंस वाले आदेशों का यहां कोई असर दिखाई नहीं देता। न गश्त बढ़ाई गई, न वाहनों की जब्ती, न किसी पर दबाव—पूरा क्षेत्र अवैध खनन माफियाओं के हवाले है। लोगों में सवाल उठ रहा है— “जब ट्रेनिंग के दौरान ही थाना प्रभारी साहिबा इस तरह निष्क्रिय हैं, तो स्थायी तैनाती होने पर जियावन की कानून व्यवस्था कैसे संभलेगी?” फिलहाल इस मुद्दे पर जियावन के प्रशासनिक अधिकारियों से दूरसंचार पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क न होने की वजह से प्रशासनिक महकमे का पक्ष शामिल नहीं हो सका। पक्ष मिलने पर उसे प्रकाशित किया जाएगा।