SINGRAULI – आबकारी अधिकारी के इशारे पर हो रहा देवसर जियावन क्षेत्र मेंअवैध शराब का कारोबार
पुलिस ठेकेदार आबकारी अधिकारी की चांदी सूचना के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही
सिंगरौली।। अंधेर नगरी चौपट राजा की कहानी चरितार्थ होती दिख रही है इन दिनों सिंगरौली में अवैध कारोबार जोरों पर चल रहा है पुलिस एवं आबकारी अधिकारियों की चांदी है जी हा खबर है कि अबकारी विभाग और ठेकेदार की मिलीभगत से जियावन थाना क्षेत्र में जानकारी के मुताबिक झोखो से लेकर जियावन तक के सड़क किनारे कई ढाबा में देशी विदेशी शराब खपाई जा रही है। अवैध शराब बेचा जा रहा है सूत्र ने बताया कि शाम ढलते ही वहां शराबियों का तांडव चालू हो जाता है जिसकी वजह से राहगीर एवं ग्रामीण परेशान होते हैं ग्रामीणों की मानें तो कई दफे वहां लड़ाई झगड़ा हो चुका है मामला पुलिस के संज्ञान में भी जा चुका है लेकिन पुलिस एवं आबकारी विभाग पूरे मामले को जानने के बाद भी कार्रवाई नहीं करता।
पुलिस को मिलता है महीना
सूत्र ने बताया कि शराब कारोबारी पुलिस व आबकारी विभाग के अधिकारियों को महीना गांधी बाबा की लाल पीली नोटों का चढ़वा पहुंचाते हैं जिसके वजह से सूचना के बाद भी कार्यवाही नहीं होती इन पर ऐसे कृतियों की वजह से आबकारी और पुलिस विभाग दोनों बदनाम हो रही है और जिले के युवा नशे की गिरफ्त में आते जा रहे हैं एक ओर मध्य प्रदेश सरकार अवैध शराब कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात करता है वहीं दूसरी ओर सिंगरौली जिले में खुलेआम पुलिस एवं आबकारी विभाग के संरक्षण में ठेकेदार की की वजह से जगह-जगह अवैध शराब बेचा जा रहा है अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होना पुलिस एवं जिला प्रशासन पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
पुलिस व आबकारी विभाग पर उठ रहा सवाल
ग्रामीणों ने सूत्र से मुखातिब होते हुए बताया कि कई बार आबकारी अधिकारी एवं पुलिस को जानकारियों सूचना दिया गया कि देवसर क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार चल रहा है लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारी एवं पुलिस विभाग के अधिकारी कार्यवाही करने से कतरा रहे हैं जिससे यह साफ होता दिख रहा है कि शराब कारोबारियों द्वारा अधिकारियों को गांधी बाबा लाल पीली नोटों का चढ़ावा देते है । इसी वजह से अधिकारी अपना ईमान एवं विभाग के नाम को बेच दे रहे हैं। जिसकी वजह से अब आम जनता का पुलिस एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों पर से अब भरोसा उठ चुका है अब कलेक्टर से अंतिम उम्मीद जनता लगाई हुई है कि अवैध शराब कारोबारियों पर कार्यवाही हो अन्यथा अब जनता ही रोड पर उतर कर जिला प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाएगी।।