सिंगरौली।। जिले को जबसे नए पुलिस अधीक्षक मिले हैं तब से ताबड़तोड़ कार्यवाही चल रही है कार्रवाई को देखते ही आम जनता ने साहब को शाबाशी देना प्रारंभ कर दिया है कई अवैध कारोबार पर अंकुश लग गया है लेकिन जिले में चल रहे बड़े पैमाने पर अवैध कबाड़ कारोबारियों पर कार्यवाही कब होगी इसकी भी चर्चा हो रही..।
जिला मुख्यालय से लंघाडोल तक जंयत से गोरबी से बरगवां सहित देवसर सरई चितरंगी,गढ़वा,मोरवा माड़ा तक कबाड़ का जंजाल फैला हुआ है। लेकिन इन कबाड़ियों पर स्थानीय पुलिस कार्यवाही नहीं करती क्योंकि… सूत्रों का कहना है कि कबाड़ का कारोबार करने के बदले में पुलिस को नजरियाना मिलता है। लेकिन नए पुलिस अधीक्षक के आने के बाद से आम जनता में है उम्मीद है कि क्षेत्र में चल रहे चोरियों पर रोक लगेगी और कबाड़ियों पर कार्यवाही होगी।
मुख्यालय में है आधे दर्जन से अधिक कबाड़ के दुकान
पुलिस अधीक्षक कार्यालय के आसपास ही आधे दर्जन से अधिक कबाड़ के दुकान संचालित हैं। अगर बात करें तो कार्यालय से 8 किलोमीटर के अंतराल में बलियरी,माजन बग़ीचा,माजन रेलव क्रॉसिंग के आगे,विध्यनगर, जंयत आदि कई जगह बड़े पैमाने पर कबाड़ की दुकान संचालित हो रही है। लेकिन अभी तक इन दुकानों पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है। सूत्रों का कहना है कि कबाड़ दुकानों में कंपनियों के चोरी के सामग्री को खरीदा जाता है वहीं आसपास में भी चोरी की जो घटनाएं घटती हैं उसमें भी कबाड़ियों के हाथ होते है।।
एनसीएल रिलायंस एनटीपीसी जैसे कंपनियों में हाथ साफ करते हैं कबाड़ी के गुर्गे
जिला मुख्यालय की आस पास की बात करें तो कबाड़ संचालक दुकान के गुर्गे एनसीएल कंपनी में सभी कंपनियों में भारी मात्रा में कबाड़ चोरी करते हैं वहीं रिलायंस एनटीपीसी कंपनियों में भी मौका पाते ही कबाड़ संचालक दुकान के गुर्गे हाथ साफ कर लेते हैं लेकिन कंपनियां अपनी सुरक्षा पर सवाल ना उठे इसलिए कोई शिकायत नहीं करती हैं लेकिन जिले में भारी मात्रा पर कबाड़ चोरी किया जा रहा है और अभी तक कोई बड़ी कार्यवाही नहीं की जा सकती है।