सैया भाई कोतवाल अब काहे का डर” — सरई थाना क्षेत्र में खुलेआम चल रहा रेत का अवैध कारोबार, रीवा डीआईजी के पास पहुंचा मामला, थाना प्रभारी पर गहराया संकट!
कहावत है — “सैया भाई कोतवाल अब काहे का डर” — और यह कहावत

सिंगरौली जिले के सरई थाना प्रभारी पर पूरी तरह सटीक बैठती नजर आ रही है। थाना क्षेत्र में रेत का अवैध कारोबार जोरों पर है सूत्रों की माने तो थाना प्रभारी स्वयं कथित रूप से यह कहते सुने जा रहे हैं — “खुलेआम करो रेत का उत्खनन, 24 घंटे जो होगा देखा जाएगा।”
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद रेत माफिया बेखौफ होकर नदी घाटों से रेत की निकासी कर रहे हैं। रात-दिन ट्रैक्टरों की कतारें घाटों पर देखी जा रही हैं, जबकि पुलिस की आंखों के सामने यह सब हो रहा है। जिले के कप्तान साहब तक भी इन गतिविधियों से बेखबर बताए जा रहे हैं, जिससे स्थानीय जनता में नाराजगी बढ़ रही है।
अब यह मामला रीवा रेंज के डीआईजी हेमंत चौहान के पास पहुंच चुका है। डीआईजी ने खुद मीडिया से बातचीत में कहा कि “पुलिस को इस मामले की जानकारी मिल चुकी है, मैंने मौके का मुआयना कराने के निर्देश दे दिए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।”
डीआईजी के इस बयान के बाद अब सरई थाना प्रभारी की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। पूरे जिले की निगाहें डीआईजी चौहान पर टिकी हैं कि क्या वाकई इस बार बड़ी कार्रवाई होगी या मामला फिर से रफा-दफा कर दिया जाएगा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि अब भी कठोर कदम नहीं उठाया गया, तो रेत माफिया और अधिक हावी हो जाएंगे और प्रदेश सरकार की सख्त मंशा पर पानी फिर जाएगा। फिलहाल, सरई थाना क्षेत्र और थाना प्रभारी दोनों ही जिले की चर्चा के केंद्र में हैं, जबकि डीआईजी स्तर पर जांच से यह तय माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में थाना प्रभारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई संभव है।













