शहर में लगा कचरे का ढेर, सफाईकर्मियों का काम बंद हड़ताल जारी
शहर में लगा कचरे का ढेर, सफाईकर्मियों का काम बंद हड़ताल जारी
सिंगरौली। अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस ट्रेड यूनियन के प्रांतीय आवाहन पर जिला मुख्यालय स्थित नगर निगम परिसर में अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर काम बद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर निगम के तीनो जोन मोरवा , नवजीवन विहार और वैढ़न तीनो जोन के सफाई कर्मी नगर निगम परिसर के वाहर शिव मंदिर स्थित रोड पर सभी संविदा कर्मीयों के द्वारा पंडाल लगाकर नारेवाजी एवम प्रदर्शन कर रहे है वही जिला अध्यक्ष कमलेश भण्डारी ने बताया की 27 जुलाई 2023 को अपनी मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री को संघ के वैनर तले सौंपा था और 31 जुलाई से हड़ताल शुरू की थी उस समय नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह आयुक्त नगरीय प्रशासन ने मांगों पर चर्चा कर 15 दिवस के अंदर मांगों को पूर्ण करने का आश्वासन दिया था परन्तु आज दिनांक तक एक भी मांगे संविदा कर्मचारियों की पूरी नही हो सकी।
आज प्रदेश के 52 जिलों में काम वंद हड़ताल चल रही है जिसका असर शहर एवं वार्डो में गंदगी का आलम बना हुआ है जो साफ तौर पर दिखाई दे रहा है यदि समय रहते सरकार ने नियमितिकरण नही किया तो इसका असर आम जन मानस पर साफ तौर पर पड़ेगा ! विगत 20 वर्षो से कर्मी लगे हैं सफाई व्यवस्था में 8 हजार रुपये में गुजारा आज के इस मंहगाई के दौर पर रोटी कपड़ा और मकान शिक्षा स्वास्थ्य जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं सें हम सभी वंछित है खुद के स्वास्थ्य को ध्यान में ना रखकर हम सभी आम जनता की सेवा में लगे रहते हैं सभी विभागों में संविदा कर्मचारियों की मांगों को लगभग पूर्ण कर दिया गया है मगर हम सफाई कर्मियों की मांगों को प्रदेश सरकार कब मानेगी आंगे देखना होगा।
वार्डो में एवं बाजारो फैली गंदगी साफ तौर पर दिखाई दे रही है तीन दिन में यह हालत हो गई है यदि यह हड़ताल कहीं उग्र हुई तो लोगों का जीना मुश्किल हो जाएगा ! सफाई कर्मियों का कहना है आज के इस मंहगाई के दौर में 8 हजार में होता क्या है क्या हम खाएंगे और क्या हम अपने बच्चों को खिलाएंगे उसमें भी बच्चों की पढ़ाई विजली का बिल स्कूल की फीस मकान का किराया आज के इस मंहगाई में 8 हजार रुपये मे होता क्या है हम आज वीस बर्षो से कार्यरत है हमारी भी कुछ इच्छाए होती कुछ आगे कर दिखाने की मगर क्या करे प्रदेश सरकार के कानो में जू तक नही रेंग रही सफाई व्यवस्था वेपटरी होते जा रही है सफाई कर्मियों की प्रमुख मांगों में नियमितिकरण , ठेका प्रथा समाप्त हो , पुरानी पेंशन को बहाल करे ,सफाई कर्मचारियों में रोस्टर प्रणाली को पूर्णतया समाप्त करने , स्वेच्छा सेवा निवृति , अनुकम्पा नियुक्ति इत्यादी मांगे शामिल हैं