SINGRAULI – सांसद श्रीमती रीति पाठक का गोरबी में जमकर विरोध हितग्राही मुलक कार्यक्रम में गई थीं सांसद
इंडिया टीवी एमपी तक
राज कुमार कुशवाहा की रिपोर्ट
स्थानीय लोगों ने मुद्दों को लेकर सांसद को घेरा
जनता को नहीं मिला सवालों का जवाब, रोक दिया रीति पाठक समेत विधायक का काफिला
सिंगरौली :- बताते चले कि में एक कार्यक्रम में शामिल होने गई सांसद रीति पाठक का जनता ने जमकर विरोध किया. सांसद रीति पाठक और चितरंगी विधानसभा के विधायक अमर सिंह के काफिले को रोककर महिलाओं ने अपने सवालों के जवाब मांगे. इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को हटाकर काफिले को आगे बढ़वाया । पूरा मामला बताया जाता है कि जिले के गोरबी स्थित हनुमान मंदिर के ग्राउंड में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ । जिसमें सीधी सिंगरौली की लोकसभा सांसद रीति पाठक एवं चितरंगी विधानसभा के विधायक अमर सिंह पहुंचे । यहां पर मौजूद जनता ने सांसद रीति पाठक और विधायक अमर सिंह का विरोध करना शुरू कर दिया । किसी तरह से कार्यक्रम स्थल से मजबूर होकर सांसद और विधायक को भागना पड़ गया ।
रीति पाठक के खिलाफ सिंगरौली की जनता का प्रदर्शन सांसद रीति पाठक के विरोध में उतरी महिलाएं : –
शुक्रवार को ” आपकी सरकार आपके द्वार ” कार्यक्रम के तहत सांसद रीति पाठक और चितरंगी विधानसभा के विधायक अमर सिंह गोरबी स्थित हनुमान मंदिर ग्राउंड पहुंचे । जहां कार्यक्रम को संबोधित कर विधायक और सांसद मध्य प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिना रहे थे । इसी दौरान कुछ लोगों ने सांसद से विकास कार्यों पर सवाल पूछ लिया और अपनी समस्याएं रखने लगे । इस सारे सवालों का बिना जवाब दिए सांसद और विधायक ने कार्यक्रम स्थल से निकलना उचित समझा । जैसे ही सांसद रीती पाठक एवं विधायक वहां से निकलने लगे , तभी उनके काफिले के सामने अचानक से महिलाएं आकर विरोध प्रदर्शन करने लगी . महिलाएं अपनी समस्याओं का जवाब उनसे मांगने लगी ।
बीजेपी सांसद ने गिनाई उपलब्धियां तो वहीं काफिले को रोक लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन :- स्थानीय लोगों का सवाल था कि कई वर्षों से सड़के नहीं बन पाई हैं , पीने के लिए साफ पानी नहीं है , आवास योजना के तहत घर नहीं मिला , जब वोट मांगना होता है तभी सांसद और विधायक यहां आते हैं ।उससे पहले जनता का हाल लेने कोई मंत्री , विधायक और सांसद यहां नहीं आता है । सैकड़ों की भीड़ सड़क पर उमड़ गई जहां सांसद और विधायक का निकलना मुश्किल हो गया था . पुलिस कर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों की कड़ी मकसद के बाद सांसद और विधायक का काफिला किसी तरह से वहां से निकल पाया ।