SINGRAULI – अबैध रेत माफियाओं का कारोबार अनवरत जारी, खुटार चौकी है सुर्खियों में
इंडिया टीवी एमपी तक न्यूज़ सिंगरौली – जिले में रेत और मुरुम की अवैध निकासी हमेशा सुर्खियों में रहने वाला सिंगरौली जिले का खुटार चौकी रेत को लेकर एक बार फिर से सुर्खियों में है। वहाँ के पदस्थ सब कुछ जानते हुए भी बने है अनजान। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खुटार चौकी छेत्र में आने वाली आधा दर्जन से अधिक छोटी बड़ी नदिया आबाद हैं, जहाँ से रोजाना सैकड़ों ट्रैक्टर रेत की निकासी की जा रही हैं। चाहे वह गड़हरा,देवरी,परसौना के पास से गुजरने वाली काचन नदी की बात हो या फिर झांपी पिपरा, बिहरा, चितरवई,अमिलवान, कथुरा, गांव से होकर गुजरने वाली नदीयो की बात हो, रेत का अवैध उत्खनन चरम पर है।
रेत कारोबारी पुलिस के संरक्षण में उक्त गांव से निकलने वाली जीवन दायनी नदीयो को रात दिन खोखला करने में लगे हुए हैं। बताते है कि कारोबारी दिन के उजाले से लेकर पूरी रात सैकड़ों ट्रैक्टर अबैध रेत की निकासी कर रहे हैं।
सूत्र के द्वारा दिया गया विडिओ में नाम न छापने के शर्त पर रेत कारोबारीयो ने बताया कि नदियों से निकलने वाले अबैध रेत के एवज में खुटार चौकी को प्रति ट्रैक्टर के हिसाब से महीना देते हैं। यही हाल जिला मुख्यालय के इर्दगिर्द आवाद अन्य थाना चौकियों के भी है जिनके क्षेत्र अंतर्गत नदी-नालों से पूरी रात रेत का अवैध उत्खनन चल रहा है। लेकिन जिम्मेदार अफसर अनजान बने हाथ पर हाथ धरे बैठे हुये हैं। जिसका भी खुलासा जल्द ही होने वाला है।
जीवनदायनी नदियों को खोखला कर रहे रेत कारोबारी
स्थानीय प्रबुद्ध जनों कि माने तो अवैध रेत खनन में, कारोबारियों के साथ इलाकाई पुलिस का गठजोड़ हैं। चूंकि जिस तरह से रेण नदी, काचन नदी नालों से रेत का अवैध खनन कर उसे खोखला किया जा रहा है, उससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन कारोबारियों पर इलाकाई पुलिस का वरदहस्त प्राप्त है। इनकी खामोशी इस बात को स्पष्ट करता है कि अवैध खनन के इस कारोबार में पुलिस के अलावा राजस्व विभाग का कही न कही अप्रत्यक्ष रूप से संरक्षण प्राप्त है।