SINGRAULI – नगर परिषद् बरगवां बैठकी वसूली से नाराज आठ पार्षदों ने लिखित किया विरोध, इस्तहार जारी कर विधिवत बाजार नीलामी कराने की उठाई मांग
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बैठकी वसूली से नाराज पार्षदों ने एसडीएम से की शिकायत
सिंगरौली नगर परिषद् बरगवां के शुरूआती दौर में ही विवाद के बादल मडऱाने लगे हैं। बाजार बैठकी वसूली को लेकर 8 पार्षदों ने विरोध करते हुए बाजार बैठकी वसूली को रोके जाने की मांग उपखण्ड अधिकारी के यहां शिकायत पत्र के माध्यम से किया है।
नगर परिषद् बरगवां के पार्षद रचना सिंह, मानिकचन्द्र गुप्ता, अभिलाष सिंह, अनारकली बियार, रेखा सिंह, अर्चना बियार, मकरध्वज सिंह एवं पूनम वैश्य ने उपखण्ड अधिकारी के नाम पत्र लिखते हुए अवगत कराया है कि बरगवां नगर परिषद् अंतर्गत कुछ अज्ञात तत्वों द्वारा परिषद के पार्षदों से छल पूर्वक हस्ताक्षर कराकर बाजार वसूली के लिए अनुमति नगर परिषद् के द्वारा दे दी गयी है। जो सरासर गलत है। पार्षदों ने उक्त बाजार बैठकी वसूली को अवैधानिक मानते हुए नियमानुसार इस्तहार जारी कर विधिवत नीलामी कराकर बाजार वसूली का अधिकार देने की मांग करते हुए कहा है कि इसे तत्काल प्रभाव रूप से बंद कराया जाय और प्रशासक के रूप में किसी की नियुक्ति कराकर परिषद् का संचालन कराया जाय। पार्षदों का उक्त शिकायती पत्र सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद लोगों द्वारा तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दी जा रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यह बाजार बैठकी वसूली नियम विरूद्ध है। तत्काल इस पर रोक लगायी जानी चाहिए। जब तक बैठक में परिषद् की मोहर न लग जाये और इसके लिए विधिवत इस्तहार जारी होना चाहिए। किन्तु नगर परिषद् बरगवां के द्वारा ऐसा नही किया गया है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यह अधिकार अध्यक्ष, उपाध्यक्ष को है। हां इतना जरूर है कि बाजार बैठकी की नीलामी का इस्तहार जारी किया जाना चाहिए। ताकि अधिक बोली लग सके। इससे परिषद् को ही फायदा होगा। अचानक ऐसा निर्णय क्यों लिया गया यह बात आम लोगों के गले से नहीं उतर रही है। साथ ही बाजार बैठकी का दर भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। आनन-फानन में लिया गया निर्णय से पार्षद नाराज हैं। परिषद् के इस कदम से व्यापारी भी खफा दिख रहे हैं। साथ ही इस प्रक्रिया को नये सिरे से नीतिगत लिये जाने की मांग तेज हो गयी है। फिलहाल नवगठित नगर परिषद् बरगवां के शैशव काल में ही परिषद् विवादों में घिरता जा रहा है। अभी तो शुरूआती दौर है आगे आने वाले दिनों में इसी तरह का हाल चाल रहा तो विकास कार्यों पर भी संकट के बादल मडऱा सकते हैं।
ननि सिंगरौली में नहीं होगी वसूली! बरगवां में हरी झण्डी
ननि सिंगरौली की एमआईसी बैठक पिछले दिनों संपन्न हुई। जहां मेयर रानी अग्रवाल ने चुनाव के दौरान किये गये वायदे को पूरा करने के लिए कई प्रस्तावों को हरी झण्डी दी है। जिसमें बाजार बैठकी आगामी वित्तीय वर्ष मार्च महीने के बाद से वसूली बंद करने का भी निर्णय लिया है। हालांकि राज्य सरकार से हरी झण्डी मिलती है की नहीं अभी यह कह पाना मुश्किल है। वहीं बरगवां नगर परिषद् में बाजार बैठकी शुरू होने पर लोगों द्वारा सोशल मीडिया में सिंगरौली ननि मेयर पर तीखा हमला करते हुए तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं व्यक्त की जा रही हैं। कुछ यूजर्स का कहना है कि नगर परिषद् बरगवां में उपाध्यक्ष के पद पर सिंगरौली नगर निगम महापौर रानी अग्रवाल की बहू हैं और उन्हीं के राज में बाजार बैठकी शुरू हो गयी है। एक तरफ सिंगरौली नगरीय क्षेत्र में बाजार बैठकी वसूली बंद कराने का विचार कर रही हैं तो वहीं दूसरी ओर उनकी बहू बाजार वसूली के लिए संभवत: हरी झण्डी दे दी हैं। आम आदमी पार्टी की नीयत और नीति की पोल खुलती दिख रही है।
इनका कहना है
यह निर्णय परिषद् अध्यक्ष, उपाध्यक्ष का है। पूर्व की बैठक में इनके द्वारा बैठकी को लेकर चर्चा की गयी थी। इस संबंध में हमारी कोई भूमिका नहीं है। मामले के संबंध में सीएमओ से बात करने पर बेहतर जानकारी मिल पायेगी।
विकास सिंह
एसडीएम, देवसर