देवसरबड़ी खबरसिंगरौली

एक कमरे में पांच शिक्षक मिलकर पचास बच्चों को पढ़ा रहे एक साथ

एक एक कमरे में प्राइमरी और माध्यमिक विद्यालय के बच्चे कर रहे पढ़ाई

हेड मास्टर बिना अवकाश लिए नदारत

शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय केंद्र सहुआर का मामला

बीआरसी ने विद्यालय को बना दिया स्टोर,पूरे कमरे में रखी हैं किताबें

मध्यान्ह भोजन से मीनू गायब,मंगलवार को सिर्फ सब्जी और चावल

सिंगरौली/- देवसर सैकड़ों बच्चे नौ शिक्षक और विद्यालय भवन के नाम पर सिर्फ दो कमरे,जरा सोचिए पठन पाठन का कार्य कैसे होता होगा हम बात कर रहे हैं सिंगरौली जिले के देवसर बाजार स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय केंद्र सहुआर की जहां अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है,बीआरसी ने विद्यालय को पूरी तरह से स्टोर बना दिया है पूरे कमरे में किताबें रखी हुई हैं,प्राइमरी तथा माध्यमिक दोनो विद्यालय के सिर्फ दो कमरे खाली हैं जहां हर कक्षा के सारे बच्चे एक साथ बैठ कर पढ़ते हैं और सारे शिक्षक एक साथ बैठ कर बच्चों को पढ़ाते हैं,यही नहीं विद्यालय के हेड मास्टर मिठाई लाल वर्मा अक्सर विद्यालय से नदारत रहते हैं मंगलवार को भी उनकी उपस्थिति दर्ज नही थी,मोबाइल फोन पर उन्होंने बताया कि किसी काम से बाहर गए हुए हैं जबकि उनके घर के सदस्यों ने बताया कि वे किसी शादी समारोह में गए हुए हैं

बीआरसी ने विद्यालय को बना दिया स्टोर

सहूआर केंद्र में प्राइमरी के लिए वैसे तो तीन कमरे हैं लेकिन दो कमरे में विकाश खंड अंतर्गत अन्य विद्यालयों की किताबों का स्टोर बना दिया गया है दोनो कमरे में किताबें रखी हुई हैं प्राइमरी के कुल आधा सैकड़ा बच्चे सिर्फ एक कमरे में बैठ कर पढ़ते हैं वहीं मिडिल के सारे बच्चे सिर्फ एक कमरे में बैठ कर पढ़ाई करते हैं मतलब नौ शिक्षक दो कमरे में बैठ कर सारे बच्चों को एक साथ पढ़ाते हैं

हेड मास्टर रहे नदारत

विद्यालय के हेड मास्टर मिठाई लाल वर्मा मंगलवार को बिना अवकाश लिए स्कूल से नदारत रहे,उन्होंने फोन पर बताया कि किसी काम से बाहर गए हुए हैं हालाकि देवसर बाजार स्थित उनके घर में पता लगाने पर घर के सदस्यों ने बताया कि वे किसी शादी समारोह में गए हुए हैं

बीआरसी की तानाशाही

शैक्षणिक सत्र प्रारंभ हुए काफी दिन गुजर गए लेकिन बच्चों की किताबें अभी स्टोर में ही रखी हुई हैं,जबकि जानकारी के अनुसार मई जून माह में ही किताबें आ गई थीं लेकिन अभी तक वितरित नही कर सके,यही नहीं विद्यालय को पूरी तरह से किताबों का स्टोर बनाया गया है जिस वजह से बच्चों को बैठने के लिए जगह नहीं है

मध्यान्ह भोजन के नाम पर सिर्फ शब्जी चावल

जब सभी मनमानी कर रहे हैं तो भला मध्यान्ह भोजन संचालक क्यों नियम का पालन करे,मंगलवार को मीनू के अनुसार भोजन ना बनाकर सिर्फ सब्जी और चावल बनाया गया था,बच्चों ने बताया कि किसी दिन दाल चावल तो किसी दिन सब्जी चावल उन्हे मिलता है मीनू के अनुसार कभी भी भोजन नही बनता,जानकारी के अनुसार शारदा स्व सहायता समूह को एमडीएम की जिम्मेदारी सौंपी गई है समूह संचालक द्वारा नौनिहालों का निवाला खुलेआम छीन कर अपनी तिजोरी भारी जा रही है

इनका कहना है

संबंधित शिक्षक के अवकाश स्वीकृत संबंधित कोई पत्र मेरे संज्ञान में नहीं है

कमलेंद्र द्विवेदी
संकुल प्राचार्य
शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय देवसर

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