SINGRAULI NEWS: विक्रता को करोड़ो भूमि की नही मिली फूटी कौड़ी
बैढ़न के कचनी गावं का मामला,17 डिस्मिल की कराना था रजिस्ट्री
बैढ़न के कचनी गावं का मामला,17 डिस्मिल की कराना था रजिस्ट्री
सिंगरौली/ देवसर पुल्लीफाट के बहाने रजिस्ट्री कराकर 17 डिस्मिल भूमि बेचने के लिए कचनी के एक प्रजापति परिवार को अंधेरे में रखकर क्रेता ने करोड़ो रूपये का चूना लगाया है। बैढऩ शहर के समीपी कचनी गावं की उक्त भूमि की कीमत करोड़ो में हैं। पीडि़त पक्ष का आरोप है कि क्रे ता ने उप पंजीयक से सांठ-गांठ बनाकर छलकपट किया है। अब पीडि़त पक्ष न्याय पाने के लिए कलेक्टर,एसपी के यहां के जन सुनवाई में लगातार चक्कर लगा रहे हैं।सिंगरौली तहसील शहर के समीपस्थ ग्राम कचनी निवासी रामाप्रसाद,रूद्र प्रसाद एवं रामलला ललन पिता जयपत प्रजापति ने बताया की कचनी गावं स्थित आराजी नम्बर 2507, 1212,1215,1052 सहित 31 किता कुल जमीन 1 एकड़ 80 डिस्मिल की जमीन छलकपट के साथ 17 मई 2023 को उप पंजीयक कार्यालय बैढऩ में रात करीब 8 बजे क्रेता ने रजिस्ट्री कराई है। विक्रेताओं का आरोप है कि हम लोग कोई पढ़े- लिखे नही हैं। के्रता भगवान दास पटवा एवं उसके सहयोगी अनिरूद्ध साकेत तथा अन्य व्यक्ति कृष्णा राम पुल्लीफांट कराने एवं उक्त आराजी के रकवे में से 17 डिस्मिल जमीन रजिस्ट्री कराने के लिए लाया गया। किंतु रजिस्ट्री 17 डिस्मिल के बदले 1 एकड़ 80 डिस्मिल की कर दी गई। उप पंजीयक ने हम लोग से कोई जानकारी नही लिये। इसमें कइयों का षडय़ंत्र है। उप पंजीयक की भी सहभागिता है। उन्होंने स्थल का निरीक्षण नही किया । जमीन की एवज में 60 लाख रूपये का चेक एसबीआई का रजिस्ट्री में उल्लेख है। लेकिन चेक हम लोग नही मिला है। अलग-अलग क्रमांक के 6 चेक दर्ज हैं। आगे बताया की उक्त जमीन की कीमत करोड़ो में है। विक्रेता एवं दलाल तथा सेवाप्रदाता की सांठ-गांठ है। भूमि की रजिस्ट्री के बाद जब जानकारी लगी तो नामान्तरण रोकने तहसीलदार के यहां आपत्ति किया। परिणाम शून्य निकला। पीड़ित पक्ष ने जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई।
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