सिंगरौलीसीधी

अवैध उत्खनन में सिंगरौली सीधी प्रदेश में अव्वल खनिज अधिकारी नहीं है जिम्मेदार— जय सिंह राजू

जिस प्रकार से आए दिन प्रदेश में अवैध रेत उत्खनन कोयले का अवैध खनन भंडारण एवं पत्थर की अवैधानिक निकासी हो रही है

जिस प्रकार से आए दिन प्रदेश में अवैध रेत उत्खनन कोयले का अवैध खनन भंडारण एवं पत्थर की अवैधानिक निकासी हो रही है उसे देखकर यह लगता है कि प्रदेश की सरकार एवं प्रशासन की सहमति से हो रहा है यह बात मीडिया के माध्यम से जनप्रतिनिधियों के माध्यम से हमेशा उठाई जा रही है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है यह आरोप लगाते हुए मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड प्रदेश महासचिव जयसिंह राजू ने कहा पूरा प्रदेश अवैध उत्खनन के मामले में अव्वल है इस कारण घटनाएं हो रही है लेकिन जिस तरह से सीधी और सिंगरौली में अवैध खनन है वह पूरे प्रदेश को नीचा दिखाने का काम कर रहा है और प्रशासन सरकार अपनी जवाब देही औपचारिक रूप से करते हुए छोटी-मोटी कार्यवाही करके बड़ी कार्यवाहियों से परहेज करता है। रेत खदानों की शिकायतें आए दिन सुनने को मिल रही है, लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि खनिज अधिकारी यह कहकर पल्ला झाड रहे है कि हमारा रेत खदान में कोई निर्धारण नहीं है वह क्या कर रहे हैं, रेत किस रेट से बेच रहे हैं एवं क्या मनमानी कर रहे है इस पर हम कुछ नही कह पाएंगे। यह बड़ी बात होती है। सिंगरौली में पदस्थ खनिज अधिकारी को सीधी में खनिज अधिकारी का प्रभारी बनाया गया है लेकिन उनका बेतुका बयान यह साबित कर रहा है कि यह भी रेत खदान में खनिज माफियाओं के सामने झुकने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसे में यह माना जा सकता है कि जब खनिज अधिकारी झुक जाएंगे तो उनके अधिनस्थ कर्मचारी कुछ कार्यवाही नहीं कर पाएंगे।

देखा जाय तो खनिज विभाग के मार्फत चलने वाली रेत खदान हो, केशर हों या अवैध कोयला का भंडारण हो यह सब मामले उनके अधिनस्थ रहता है। लेकिन प्रभारी अधिकारी एके राय खनिज अधिकारी बनाया गया है जो कि सिंगरौली से हफ्ते में एक दिन आते है वहीं सुविधा शुल्क लेकर वापस चले जाते हैं। उनके द्वारा विभाग की धज्जियां उड़ाई जा रही है इसके बाद भी जिम्मेदार के वरिष्ठ अधिकारी उन पर कार्यवाही करने से परहेज कर रहे हैं।
ऐसे खनिज अधिकारी को हटाकर सरकार और प्रशासन अपनी जवाब दे ही निश्चित करें।

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