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मास्टरजी- बच्चों बताओ.. जिसका कोई अंत नहीं हो उसको क्या कहते हैं? पिंटू ने दिया सॉलिड जवाब -जाने डिटेल में इंडिया टीवी ंप तक न्यूज़ नेटवर्क पर

टीचर- एक टोकरी में 10 आम थे 3 सड़ गए तो
कितने आम रहे?
छात्र- 10
टीचर- वह कैसे?
छात्र- जो सड़ गए वो भी तो आम ही रहेंगे.
सड़ने से केले थोड़ी बन जायेंगे.
छात्र आज वकील है.

आंखे आज भी उस हरामखोर को ढूंढ रही है.
जिसने बचपन में यह अफवाह फैलाई थी कि
मोर का पंख किताब में रखने से विद्या आती है.

पति व्हिस्की का एक ग्लास बनाता है और पत्नी से कहता है-
लो पिओ इसे.
पत्नी व्हिस्की चखती है, फिर कहती हैं-
छी. छी, कितनी कड़वी है.

INDIA TV MP TAK
पति- और तू सोचती है कि मैं रोज अय्याशी करता हूं.
ज़हर के घूंट पीता हूं ज़हर के.

मास्टरजी- बच्चों बताओ.. जिसका कोई अंत नहीं हो उसको क्या कहते हैं?
पिंटू- मेरी मां का भाषण.

लडकियां 300 की सेंडल खरीद के पूरे घर में कहती फिरती हैं-
शाॅपिंग करके आ रही हूं.
लडके 1000 की दारु पीकर आते हैं और चुपचाप सो जाते हैं.
सादा जीवन, उच्च विचार.

एक शराबी आंखें दान करने गया, काउंटर क्लर्क ने कहा, कुछ कहना चाहते हो?
शराबी- जिसे लगाओ उसे बता देना कि दो घूंट बाद खुलती है.

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