बलियरी में चल रही मुल्ला चाचा की कबाड़ दुकान… ने कबाड़ियों का फैलाया साम्राज्य

बलियरी में चल रही मुल्ला चाचा की कबाड़ दुकान… ने कबाड़ियों का फैलाया साम्राज्य
सिंगरौली।। जिला मुख्यालय की दो-तीन किलोमीटर दूर बलियारी में कबाड़ की भारी-भरकम दुकान संचालित हो रही है यह दुकान आज नहीं बल्कि कई वर्षों से चल रही है और कई बार दुकान पर छापा भी पड़ा और कई बार कार्यवाही भी की गई है परंतु प्रशासन से जुड़े कई अधिकारी कर्मचारी कबाड़ की दुकान पर जाकर चंदा लेते हैं ।यह वहाँ काम करने वाले लोगो ने ही बताया है मैंने तो कई पुलिसकर्मी सहित कई अधिकारियों को वहां जाते आते देखा है और सिंगरौली की जनता भी देखी होगी लेकिन सवाल यह है कि कबाड़ के दुकान संचालन करने वाले चाचा रहे नहीं लेकिन उनके बेटे ने कबाड़ की साम्राज्य को इस तरह फैला दिया है कि हर गली और चौराहों पर इनके गुर्गे काम करने लगे और दुकानें भी खोल रखे हैं सिंगरौली जिले में आसपास में छोटी-बड़ी खुले कबाड़ की दुकानों का संरक्षण देने वाला यह बलियारी का दुकान संचालक है। जब क्षेत्र के कबाड़ियों पर खबर बनाना चालू हुआ तो सामने निकलकर आया कि मुल्ला चाचा इन दुकानों को चलाते हैं और आसपास में हो रही चोरी एवं कबाड़ की खरीदी में 100% इनका योगदान रहता है लेकिन प्रशासन इस पर हाथ डालने में कतराती रहती है जिसके वजह से हो रही चोरी एवं कंपनियों में बड़े पैमाने पर निकल रहे कबाड़ का कारोबार करने वाला मुल्लाचाचा का (सोनू) की दुकान है। दिन पर दिन जिले में बढ़ती जा रही है और चोरी अपराध बढ़ते जा रहे हैं ठीक उसी तरह कबाड़ की दुकान भी बढ़ती जा रही है । प्रशासन ऐसे कबाड़ चोरों पर कार्यवाही कब करेगी और जिला मुख्यालय के दो-तीन किलोमीटर दूर में कबाड़ संचालन करने का कौन सा नियम है।।
जिला मुख्यालय में कबाड़ की एक दुकान नहीं बल्कि अब दर्जनों दुकानें होती जा रही है आखिर जिला मुख्यालय में कबाड़ निकलता कहां से है कि इन की दुकानें चलती है, कबाड़ निकलता कम है लेकिन आसपास में घरों एवं कंपनियों से चोरी करके कबाड़ की दुकानों में बेची जाने वाली सामग्री कबाड़ बनती जा रही है।।
दिखावे के लिए भले ही क्यों ना कबाड़ की एक नंबर की दुकान खुला हो। लेकिन उस में चल रहे कारोबार कई दो नंबर के हैं ऐसे कबाड़ दुकानों को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन भी सहयोग देती है तब कहीं जाकर कबाड़ की दुकान आए दिन फल फूल रहे हैं जिला पुलिस अधीक्षक एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन से आम जनता को उम्मीद है कि ऐसे कबाड़ का कारोबार कर रहे दुकानदारों पर कार्यवाही हो और क्षेत्र में बढ़ रहे अपराध एवं चोरियों पर लगाम लग सके।