राजश्री महाविद्यालय में मनाया संविधान दिवस

महेश मेवाड़ा की रिपोर्ट
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राजश्री महाविद्यालय में मनाया संविधान दिवस
इंडिया टीवी एमपी तक न्यूज़ – आष्टा। राजश्री एजुकेषन सोसायटी फॉर प्रोफेषन स्टडी में संविधान दिवस के अवसर पर अनेक गतिविधियों का आयोजन किया गया। जिसमें निंबध एवं संवाद प्रतियोगिताएं शामिल है। संविधान दिवस के अवसर पर महाविद्यालय संचालक श्री बीएस परमार द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुता यह संविधान के उद्देष्य या प्रस्तावना है। विष्व में भारत का संविधान सबसे बडा लिखित संविधान है। संविधान लागू होने के समय 395 अनुच्छेद, 8 अनुसूचियां और 22 भाग थे, जो वर्तमान में बढकर 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 25 भाग हो गए है। साथ ही इसमें पांच परिषिष्ट भी जोड दिए गए है, जो कि प्रारंभ में नही थे। 29 अगस्त 1947 को भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति की स्थापना हुई, जिसमें अध्यक्ष के रूप में डॉ. भीमराव अंबेडकर की नियुक्ति हुई। भारतीय संविधान की प्रस्तावना अमेरिकी संविधान से प्रभावित तथा विष्व में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है, प्रस्तावना के माध्यम से भारतीय संविधान का सार, अपेक्षाएं, उद्देष्य उसका लक्ष्य तथा दर्षन प्रकट होता है। प्रस्तावना यह घोषणा करती है कि ंसंविधान अपनी शक्ति सीधे जनता से प्राप्त करता है, इसी कारण यह ‘हम भारत के लोग‘ इस वाक्य से प्रांरभ होती है। समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष शब्द संविधान के 1976 में हुए 42वें संषोधन द्वारा प्रस्तावना में जोडे गए।इससे पहले धर्मनिरपेक्ष के स्थान पर पंथनिरपेक्ष श्ब्द था। यह अपने सभी नागरिको को जाती, रंग, नस्ल, लिंग, धर्म या भाषा के आधार पर कोई भेदभाव किए बिना सभी को बराबरी का दर्जा और अवसर देता है। इस अवसर पर प्र.प्रा. अर्जुन परमार, मनोज कमलोदिया, सविता बैरागी, ओमप्रकाष मेवाडा, राहुल सेन, रामवती मेवाडा, प्रहलाद मेवाडा, द्वारकाप्रसाद करमोदिया, पुष्पा मेवाडा, भैयालाल वर्मा, मनीष सोलंकी, पूजा परमार, रीना चौरसिया, अखिलेेष सक्सेना, महेष ठाकुर, दीपिका जाधव, तेजसिंह ठाकुर, ज्योति ठाकुर, माया मेवाडा, अरिहंत जैन, बहादुर सिंह, रवि मेवाडा, अरविन्द्र यादव व रीना यादव उपस्थि रहे