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विद्यार्थी जीवन में इच्छाशक्ति से आगे बढ़ने की जरूरत है

 

महेश मेवाड़ा की रिपोर्ट

 

विद्यार्थी जीवन में इच्छाशक्ति से आगे बढ़ने की जरूरत है – रायसिंह मेवाड़ा

इंडिया टीवी एमपी तक – मध्यप्रदेश स्थापना दिवस का उत्कृष्ट विद्यालय में हुआ समापन
आष्टा। हम अपने आपको बहुत ही सुरक्षित मेहसूस करते है, क्योंकि हम देश के हृदय में निवास करते है। बाकी प्रदेशों की अपेक्षा अपने मध्यप्रदेश में किसी भी अनहोनी घटना का डर नही है, मध्यप्रदेश से आंतकवाद हो, नक्सलवाद हो या कोई गंभीर बीमारी यह सभी कोसो दूर है। हर प्रकार से अपना मध्यप्रदेश सुरक्षित है। हमें यह भी खुशी है कि हमारे क्षेत्र से अन्य प्रदेशों में व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लिए खिलाड़ी तैयार हो रहे है।
इस आशय के विचार विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने उत्कृष्ट उमावि स्कूल में मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात्् शाला प्राचार्य एमएच खान द्वारा मंचासीन अतिथिगण विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, पार्षदगण डाॅ. सलीम, तेजसिंह राठौर, विशाल चैरसिया का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत सम्मान किया गया। तदुपरांत स्कूल में आयोजित सात दिवसीय कार्यक्रम के प्रतिभागी विजेताओं को प्रतीक चिन्ह व प्रमाण पत्र सौंपकर सम्मानित किया गया। वहीं बैडमिंटन, वाॅलीवाल, कुस्ती, पाॅवर लिफ्टिंग आदि प्रतियोगिता के विजेताओं को भी प्रतीक चिन्ह एवं प्रमाण पत्र भेंटकर पुरूस्कृत किया गया। इस अवसर पर विजेताओं को पुरूस्कृत होने पर बधाई देते हुए मुख्य अतिथि विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने कहा कि मैं स्वयं भी आपकी शाला का छात्र रह चुका हूं। आप सभी ने अपनी कड़ी मेहनत एवं अथक प्रयास से खेल एवं अन्य सांस्कृतिक क्षेत्रों में आगे बढ़कर अपने नगर का नाम रोशन किया है वह अभूतपूर्व है। क्योंकि आष्टा जैसी छोटी जगह से संसाधनों के अभाव में भी आपने अपना प्रयास जारी रखा। मैं खुद भी खेल से जुड़ा हुआ हूं और जब हम किसी खेल को खेलते हैं या उसमें आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं तो निश्चित इच्छाशक्ति के अलावा और भी संसाधन की आवश्यकता होती है। संसाधनों का अभाव हमारी सफलता में बेड़िया डालता है। कोई भी पुरुस्कार छोटा या बड़ा नही होता, बल्कि वह सिर्फ एक सिढ़ी होती है जिसको हम स्थापित करते है। हम भी जब विद्यालय में अध्ययन करते थे तब कोई भी आयोजन होता तो हमे पुरुस्कार मिले न मिले एक बार सब के सामने गुरुजी नाम से पुकार ले बस यही हमारी सफलता होती थी। विजय और पराजय हमे दोनों ही सिखाती है जो विजय में नही सीखता वो पराजय के बीज बोता है और जो पराजय में नही सीखता वो विनाश के बीज बोता है, इसलिए कभी भी असफलताओं से डरना नही है, बल्कि उनसे सीखकर आगे बढ़ते रहना है। कार्यक्रम को पार्षदगण विशाल चैरसिया, तेजसिंह राठौर, डाॅ. सलीम ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर डीपीडब्लूएस स्कूल के स्पोर्ट्स टीचर सुनील तिवारी, स्थाना प्रभारी मनोहरसिंह जावरिया, राजस्व प्रभारी मनीष श्रीवास्तव, जितेन्द्र बुदासा, गबू सोनी, हरनाथसिंह मालवीय, कुलदीप सोनी, मनीष किल्लौदिया, समर अली, आकाश चैहान आदि नगरपालिका के कर्मचारीगण मौजूद थे।

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