सिंगरौली सर्किट हाउस में की गई मीटिंग जिसमें 18 मई से अनिश्चितकालीन तक किया जाएगा धरना पत्रकार अतुल दुबे के सवालों का भड़के फूड इस्पेक्टर किशन पाल द्वारा गाली गलौज पर जान से मारने की दिए धमकी।
सिंगरौली जिले के पिपरा गांव में राशन खोलने का गांव वालों ने कई बार आवेदन कलेक्ट्रेट व फूड इंस्पेक्टर को दिए लेकिन कोई गंभीरता नहीं दिखा तो गांव वालों ने पत्रकारों से मदद मांगना उचित समझा वहीं पर पत्रकार अतुल दुबे सिंगरौली की आवाज के संपादक मौके पर स्वयं जाना उचित समझा जब वहां पर जाकर जमीनी हकीकत देखे तो ग्रामीणों के आक्रोश इतनी अधिक बड़ गया था पत्रिका अतुल दुबे के द्वारा बताया गया कि फूड इंस्पेक्टर उस समय खतरे में आ गए थे जिसमें बीच-बचाव किया गया।
पत्रकार अतुल दुबे के द्वारा सोशल मीडिया में कुछ टिप्पणी क्या गया था जिसको लेकर फूड इंस्पेक्टर आग बबूला होकर उन्हें अभद्रता पूर्वक गाली गलौज करते जान से मारने की धमकी तक दे डाली वहीं पर अतुल दुबे के द्वारा बताया गया कि फूड इम्पैक्टर किशन पाल के द्वारा आज सुबह 11.29 मिनट पर 9691978969 नंबर से काल आया कॉल करते ही मां बहन की अभद्रता गाली देते हुए खुद को सरकारी अधिकारी बताकर गोली से मारने की धमकी दी है।
वही बया जारहा है कि दिनांक 13 मई को ग्राम पिपरा से ग्रामीणों द्वारा 3 महीने राशन नहीं मिलने की शिकायत की गई थी। जिसके बाद मुझे यहां बुलाया गया मौके पर मैंने एसडीएम ऋषि पवार से भी बात की एसडीएम ने कहा मैंने फूड इंस्पेक्टर को भेजा है फूड इंस्पेक्टर वहां पहुंचे तो बोल रहे हैं कि 3 महीने का नहीं 1 महीने का ही राशन मिलेगा लेना है तो लो नहीं तो कलेक्टर को या जहां शिकायत करना है कर दो।
इतना सुनते ही ग्रामीण आग बबूला हो गए और फूड इंस्पेक्टर को मारने की तरफ बढ़ने लगे जिसके बाद अतुल दुबे के द्वारा बताया गया कि मैंने बीच बचाव किया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर उपलब्ध है। उसी के पोस्ट को कल मैंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
और लिखा कि राशन नहीं देने के चलते फूड इंस्पेक्टर मार खाते-खाते बच गए।
इसी बात को लेकर प्रशासन का धाँस देते हुए आज फूड इंस्पेक्टर किशन पाल ने अभद्र गालियां देते हुए बंदूक जान से मारने की धमकी तक दे डालें जिसकी ऑडियो संलग्न कर रहा हूँ। आपने आधार है कि पिपरा गाँव के कार्डधारकों को 3 महीने से राशन क्यों नहीं मिली इसकी जांच की जाये।साथ ही
इस्पेक्टर की चल अचल संपति की जांच कर ओडियो के आधार पर मुकदमा दर्ज करते हुए इनकी सम्पत्ति की जांच हो किया जाये ।।
इनका कहना है
जिला पुलिस अधीक्षक के द्वारा बताया गया कि मामले की जांच कराई जाएगी जांच में जो तथ्य पाए जाएंगे उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।