खड्डी क्षेत्र वाले लगाए बैठे हैं आस, ना जाने कब होगा विकास- अंकुश
इंडिया टीवी एमपी तक
प्रदेश हेड अनुरोध शुक्ला
खड्डी क्षेत्र वाले लगाए बैठे हैं आस, ना जाने कब होगा विकास- अंकुश
सीधी। मध्य प्रदेश के सीधी जिले के खड्डी क्षेत्र में अधिकांश गांवों में जनप्रतिनिधियों की मनमानी और अधिकारियों की अनदेखी के चलते विकास नहीं हो पा रहा है. गांव के निवासी मूलभूत सुविधाओं से आज भी वंचित है. सरकार की योजनाओं का लाभ भी पात्रों की जगह अपात्रों को दिया जा रहा है. शिकायत करने के बाद भी पात्र व्यक्ति को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है, विनय पाण्डेय अंकुश मोहनी का आरोप है कि विकास के लिए मिलने वाले करोड़ों रुपयों से जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और अधिकारी अपने खजाने भर रहे हैं।
खड्डी क्षेत्र में कैसे पहुंचेगा विकासवादों को भुला दिया चुनाव के समय प्रत्याशी गांव में पहुंचकर लोगों की समस्याओं को दूर करने के वादे करते हैं. चुनाव जीतने के बाद उन वादों को भुला दिया जाता है. चुने हुए जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्रों और गांवों में विकास तो दूर वहां दोबारा झांकने तक नहीं जाते हैं. सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए विभिन्न मद और योजनाओं के माध्यम से धन उपलब्ध कराती है. इसके बाद भी धरातल पर कोई विकास नहीं होता. सिर्फ कागजों में ही गांवों का विकास हो रहा है. यही कारण है कि आजादी के पचहत्तर साल बाद भी गांवों की सूरत में खास परिवर्तन नहीं हो सका है,गांव में नहीं हो रहा विकाससालों से नहीं हुआ रामपुर नैकिन जनपद के खड्डी क्षेत्र के यहां रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाएं तक नसीब नहीं हैं. गांव के लिए आने वाला मुख्य मार्ग वर्षों से खराब है. गांवों में जलनिकासी के लिए नालियां नहीं है. खरंजा, हैण्डपम्प, आवास, शौचालयों की भी कमी है,चुनाव के दौरान ही दिखते हैं प्रत्याशी श्री पाण्डेय का आरोप है कि चुनाव के समय ही जिला पंचायत क्षेत्र पंचायत सरपंच पद के उम्मीदवार गांव में वोट मांगने के लिए आते हैं. गांव में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का वादा करते हैं. लेकिन, चुनाव जीतने के बाद अपने वादे भूल जाते हैं. पिछले पांच वर्षों में जिला पंचायत सदस्य, ग्राम सरपंच ने कोई भी विकास कार्य नहीं कराए हैं।