सिंगरौली

SINGRAULI -कोयला खदान में फिर पलटा डम्पर, मचा हड़कंप

मामला एनसीएल का:
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इंडिया टीवी एमपी तक सिंगरौली:– कोयला खदानों में आए दिन हो रहे घटनाओं को लेकर एनसीएल प्रबंधन सकते हैं। वही खदानों में बार बार हो रही दुर्घटनाओ का कारण स्पष्ट न हो पाना, कही न कही जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है। बतादें कि एनसीएल ब्लाक बी गोरबी परियोजना के खदान एरिया में रविवार की रात लगभग 10:30 बजे पानी लेकर जा रहा टैंकर डम्पर नंबर डी 310 अचानक अनियंत्रित होकर पलट गया जिसमें ऑपरेटर अशोक को गांभीर चोटें आई है। घटना की खबर लगते ही कोयला खदान सहित अफसरों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में घायल ऑपरेटर को नेहरू शताब्दी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहाँ उसका इलाज चल रहा है।

खदानों में सुरक्षा की अनदेखी का लगाया आरोप

एनसीएल के कोयला खदानों में हो रहे दुर्घटना को लेकर राष्ट्रीय कोलियरी श्रमिक संघ के नेता गोबिंद दुबे ने प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि एनसीएल अपने टारगेट व लक्ष्य को पूरा करने की होड़ में ऑपरेटरों के जान के साथ खिलवाड़ कर रहा है। श्री दुबे ने बताया कि चार दिन के अंदर यह दूसरी घटना है। इसके पहले गुरुवार को अमलोरी खदान में भी इसी तरह हादसा हुआ था जिसमें ऑपरेटर मंदीप को काफी गंभीर चोटें आई थी जिसे डॉक्टरों ने तत्काल वाराणसी के लिये रेफर कर दिया। बताते हैं कि गोरबी में दुर्घटनाग्रस्त हुये डम्पर का ब्रेक जाम था, और स्टेरिंग कट नही रही थी जिसके वजह से अनियंत्रित होकर डम्पर पलट गया।

खदानों में कई डम्पर है सर्वेआफ

जानकारी तो यहाँ तक मिली है कि खदानों में कई सारे डम्पर सर्वेऑफ है, इसके बावजूद प्रबंधन सुरक्षा के मानकों को दरकिनार कर ऑपरेटरों को दबाव में ले कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। जिसका जीता जागता उदाहरण आपसब के सामने है? जानकारों की माने तो एनसीएल परियोजना के खदानों में सुरक्षा के मानकों पर ध्यान नही दिया जा रहा है। सेफ्टी व सुरक्षा को लेकर कोयला खदानों में प्रबंधन की घोर लापरवाही उजागर हुई हैं। जबकि सुरक्षा व सेफ्टी के नाम पर प्रबंधन खदानों में पखवाड़ा अभियान चलाकर लाखों रुपये खर्च करता है। वाबजूद कोयला खदानों में दुर्घटनाओं पर विराम न लग पाना गंभीर व चिंता का विषय हैं…?

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